हमारे मार्गदर्शक वरिष्ठ शिक्षक साथी श्री ओमप्रकाश जी पाटीदार द्वारा लिखित वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करने वाली पुस्तक "ऐसा क्यों होता है? वैज्ञानिक दृष्टिकोण" निश्चित रूप से एक जीवन उपयोगी पुस्तक है, जहां विज्ञान इतनी तरक्की के बाद भी दूर दराज़ ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही अपनी जटिलताओं के कारण प्रत्येक मानव मस्तिष्क तक नहीं पहुंच पाया है वही श्री पाटीदार द्वारा लिखित इस पुस्तक ने वहां पहुंच कर मानव मस्तिष्क की उन रूढ़ियों को दूर कर विज्ञान के सिद्धांतों से परिचित करवा कर भ्रम को दूर कर छोटी से छोटी चीजों को वैज्ञानिक दृष्टिकोण से जोड़कर प्रत्येक पाठक में एक वैज्ञानिक पद्धति का विकास करने का सफल प्रयास किया है।
यह पुस्तक निश्चित रूप से मानव मात्र के लिए वर्तमान परिदृश्य में बहुत ही उपयोगी साबित होगी।मै इस पुस्तक लेखन के उत्कृष्ट कार्य के श्री पाटीदार जी को बहुत बहुत धन्यवाद, बधाईयां और शुभकामनाएं देता हूं।
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